Friday, October 9, 2009

गहलोत का महाराष्ट्र में चुनावी दौरा

क्षेत्रवाद और धार्मिक भावना भडकाने वालों से सचेत रहें
कांग्रेस को वोट देश की तरक्की, एकता, अखण्डता व देश के नवनिर्माण के लिए होगा

Saturday 10 Oct, 2009 mumbai राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के अपने चुनाव प्रचार अभियान के दूसरे दिन आज मुंबई में अनेक सभाओं को सम्बोधित करते हुए मतदाताओं से कहा कि आपका कांग्रेस को एक-एक वोट देश की तरक्की, एकता, अखण्डता और देश के नवनिर्माण के लिये होगा। इसमें आपकी भागीदारी सुनिश्चित होगी। क्षेत्रवा ��, जातिवाद और धार्मिक भावनाएं भडकाकर हिंसा फैलाने वालों से सचेत रहे। हमें हिन्दुस्तान को एक रखना है और अखण्ड रखना है। श्री गहलोत ने सांताक्रूज में पुराना दौलतनगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवारों बाबा सिद्दीकी और अशोक भाई जादव के समर्थन में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के हर नागरिक को किसी भी राज्य व किसी भी शहर में रहकर काम करने का अधिकार है। ऐसे दलों से सचेत रहें जो क्षेत्रियता की भावनाएं भडकाकर और साम्प्रदायिकता का नंगा नाच कर देश की एकता को कमजोर करने का काम करते हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर के नाम पर देश में खून-खराबा करवा दिया गया। धर्म के नाम पर सत्ता में आने के बाद उनके सारे वादे थोथे साबित हो गए। अब, भाजपा और शिवसेना मिलकर राजनीति कर रहे हैं। दोनों मिलकर क्षेत्रवाद और धार्मिक भावनाओं को भडका रहे हैं, मगर झूंठ झूंठ ही होती है और असलियत के साथ सिद्धान्तों, कार्यक्रमों और नीतियों की जीत होती है। कांग्रेस ने हिन्दु, मुस्लिम, सिख, इसाई आदि हजारों जातियों, धर्मावलम्बियों और भाषा बोलने वालों को एक रखा और साम्प्रदायिक ताकतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने नौजवानों से अपील की कि वे अपना आशीर्वाद, वोट और सपोर्ट कांग्रेस को दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के पास सोनिया गांधी जैसी शानदार नेता है, जिन्होंने प्रधानमंत्री पद तक छोड दिया। दुनिया में आज उनकी ऑथोरिटी है। पूरी दुनिया उनका लोहा मानती है। कांग्रेस के पास राहुल गांधी जैसे युवा नेता है, जो दलित और गरीब एवं अमीरों का अलग-अलग हिन्दुस्तान नहीं चाहते बल्कि एक हिन्दुस्तान बनाना चाहते हैं। आज सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आलोचक भी कहने लगे हैं कि इन जैसे नेताओं की भाजपा को जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने देश को आजाद करवाया और देश की अखण्डता के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी जाने कुर्बान कर दी। कांग्रेस हमेशा जो कहती है, वो करती है। सोनिया गांधी ने नारा दिया है, कांग्रेस का हाथ - गरीब के साथ। यह कोरा नारा नहीं है, बल्कि सोच-समझकर एक संदेश दिया गया है। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में जो वादे देशवासियों से किए जाते हैं, सोनिया गांधी खुद उनकी मॉनिटरिंग करती है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा और शिवसेना का क्या इतिहास है। इन पार्टियों ने धर्म की राजनीति की और दंगे भडकाएं। इन पार्टियों की उपलब्धियां क्या रही है। आज भाजपा की हालत तो पूरा मुल्क देख रहा है। आपस में झगड रहे हैं। श्री गहलोत ने देश के अल्पसंख्यकों के हालात पर कांग्रेस की चिंता का उल्लेख करते हुए कहा कि सच्चर कमेटी का गठन इसलिए किया गया कि इस बात की सच्चाई सामने लाई जा सके कि आज अल्पसंख्यक कहां खडे हैं। यह एक साहसिक कदम था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना संकीर्ण विचार धारा से काम कर रही है। काूनन हाथ में ले रही है और दंगे भडका रही है। कांग्रेस की नीति छत्तीसों कौमों को साथ लेकर आगे बढने की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह की नीतियों का परिणाम है जो आज देश का शिक्षित वर्ग पन्द्रह, बीस व पच्चीस लाख रूपएं का वेतन पा रहा है। दुनिया में मंदी का दौर चल रहा है, लेकिन भारत में इसका सबसे कम असर हुआ है। मंदी का यह दौर समाप्त हो रहा है और अब खुशहाली का दौर शुरू होगा। देश का चहुंमुखी विकास आज कांग्रेस नेताओं की ही देन है।

Thursday, October 8, 2009

गृहमंत्री चिदम्बरम के बयान ने ली , 17 पुलिसकर्मियों ki जान

गढ़चिरौली/ राजनांदगांव . महाराष्ट्र स्थित लाहेरी के जंगलों में गुरुवार को दिनदहाड़े हुए एक बड़े नक्सली हमले में पुलिस सब इंस्पेक्टर संजय देशमुख समेत 18 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।इस वारदात को 800 से अधिक नक्सलियों ने अंजाम दिया और इनका मकसद लाहेरी पुलिस के उप थाने को ध्वस्त करना था। इस हमले से एक दिन पहले ही बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने नक्सलियों ने हिंसा छोड़ने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी थी।यह हमला ऐसे समय हुआ है जब केन्द्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम ने कल मुंबई में प्रेस वार्ता के दोरान नक्श्लियों के बारे में बातचीत ki थी ओर कहा था ki नाक्सलियों के खिलाफ वायुसेना से भी मदद ली जा सकती है। मान जा रहा है ki नाक्सलियों ने गृहमंत्री के ब्यान ka जवाब दिया है/ महाराष्ट्र में 13 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं तथा सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी है। गढ़चिरौली जिले के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इसके पूर्व गत 21 मई को हुए हमले में 16 जवान जबकि 1 फरवरी को हुए हमले में 15 जवान शहीद हुए थे।

Thursday, October 1, 2009

चीन में क्रांति की 60वीं वर्षगाँठ पर भव्य आयोजन

चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के सत्ता संभालने की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित किए गए हैं. व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं और सशस्त्र बलों को बीजिंग में तैनात किया गया है.
इन समारोहों के दौरान बीजिंग में एक सैनिक परेड भी निकाली जाएगी जिसमें चीन की अब तक न देखी गई मिसाइल तकनीक की एक झलक देखने को मिलेगी.पुलिस ने बीजिंग के नागरिकों को आदेश दिया है कि वो एक अक्तूबर को मुश्किलों से बचने कि लिए अपने घरों से बाहर न निकलें और जनता को सलाह दी जाती है कि वो इन समारोहों को टेलिविज़न PAR DEKHEN .
राजधानी बिजिंग में आयोजित इन भव्य समारोहों को देखने के लिए लगभग 30 हज़ार लोगों को आमंत्रित किया गया है. ग़ौरतलब है कि आम लोगों को सलाह दी गई है कि वो 'मुश्किलों से बचें' और इन आयोजनों को टेलिविज़न पर ही देखें.बीजिंग की सड़कें बंद कर दी गईं हैं, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ाने रोक दी गईं हैं और शहर की भूमिगत रेल सेवा स्थगित कर दी गई है. सैनिक परेड के रास्ते पर और चांगन एवेन्यू में बहुत सी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे.
'चीन से डाक्टर रवि शंकर का कहना है कि चीनी गणतंत्र अपने शुरुआती दिनों के मुक़ाबले में नाटकीय ढंग से बदला है लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि जिस देश पर कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है वह क्या कम्युनिस्ट देश ही है. रवि के अनुसार चीन के नेता तो कम्युनिस्ट सिद्धांतों पर चलने का दावा करते हैं लेकिन देश की अर्थव्यवस्था मारग्रेट थैचर की सोच से ज़्यादा मेल खाती है, कार्ल मार्क्स की सोच से कम.
डाक्टर रवि के अनुसार 'चीनी नेता डेंग शियोपेंग ने चीन की अर्थव्यवस्था को तीन दशक पहले उदारीकरण की ओर मोड़ा था, और चाहे अर्थव्यवस्था पर चीनी सरकार का अब भी ख़ासा नियंत्रण है और सरकारी योजना प्रक्रिया को पूरी तरह से त्याग नहीं दिया गया, लेकिन चीन को कम्युनिस्ट स्वर्ग भी नहीं कहा जा सकता है.' सैनिक परेड के आलावा तियानामन चौक में हज़ारों लोग और स्कूली बच्चे आकर्षक रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. ये समारोह चीन सरकार द्वारा आयोजित इस वर्ष के सबसे बड़े समारोह होंगे और इनके लिए सेना द्वारा पिछले मई माह से अभ्यास किया जा रहा था. प्रसिद्ध तियानामन द्वार पर चीन की क्रांति के जनक माने जाने वाले माओ त्से तुंग का एक नया चित्र लगाया गया है. इसी द्वार पर खड़े हो कर चीनी नेता परेड की सलामी लेंगे. इस अवसर पर आतिशबाजी का भी प्रदर्शन किया जाएगा. समझा जाता है कि बीजिंग ओलंपिक खेलों के दौरान जो आतिशबाज़ी की गई थी उससे लगभग दुगुनी आतिशबाज़ी की जाएगी.